Monday, 2 July 2018

  1. डायबिटीज या मधुमेय  कैसे  होता है।



मधुमेय या डायबिटीज को कैसे ठीक किया जाए तो इससे पहले आपको यह जानना होगा कि डायबिटीज या मधुमेय है क्या, यह शुरू कैसे होती है.

हम जो खाना खाते हैं उसमें मौजूद जो सुगर (यानि glucose, fructose, sucrose इत्यादि) होती है वह हमारे शरीर को तेजी तथा आसानी से उर्जा देने में समर्थ होती है. हमारा शरीर भोजन को पचाता है और यह पचा हुआ भोजन हमारे रक्त में जाता है. हमारे रक्त में जो ब्लड cells मौजूद होती हैं, वे इस भोजन को लेकर इससे उर्जा प्राप्त करती हैं. हमारे शरीर में सुगर को ले जाने के लिए insulin नामक carrier यानि वाहक कि जरुरत होती है, यह pancreas नामक ग्रंथि से बनता है. जब insulin बननी कम हो जाता है, active नहीं रहती और बंद हो जाती है तो सुगर ब्लड cells के अन्दर नहीं जा पाती, यह हमारे खून में ही बहता रहती है. इस स्तिथि को डायबिटीज या मधुमेय कहते हैं. अगर insulin बननी बंद हो जाये तो डायबिटीज या मधुमेय ठीक होनी मुश्किल हो जाती है मगर यह बहुत कम होता है कि शरीर में insulin बननी बिलकुल ही बंद हो जाए, यह केवल 0.7-1% होता है. ज्यादातर इस बीमारी में insulin active नहीं रहती या बननी कम हो जाती है.

अगर insulin बनना कम हो जाये या active न हो तो इसका एकमात्र कारण है खून में cholestrol कि मात्रा अधिक हो गयी है. डायबिटीज या मधुमेय को नियंत्रित करने के लिए ऐसा भोजन खाएं जिसमें cholestrol कि मात्रा कम हो, इससे आपके शरीर में cholestrol level कम हो जाएगा. अगर cholestrol level कम हो जाएगा तो शरीर में insulin बनना अपनेआप शुरू हो जाएगा, अगर active नहीं है तो active हो जाएगा. इस तरीके से डायबिटीज या मधुमेय ठीक हो जाएगी.
तो आप ऐसा भोजन खाएं जिससे डायबिटीज हो ही नहीं. आप डॉक्टर्स कि महंगी दवाइयों से भी बच जाएंगे।


11 Hidden Android Features 


एंड्रॉइड स्मार्टफोन मार्केट सेगमेंट के टॉप तक लगभग पहुंच गया है और दिन-प्रतिदिन उसका यूजर बेस मजबूत हो रहा है। ये स्मार्टफोन हमारे डेली लाइफ का हिस्सा बन गए हैं और हम उन्हें अधिकांश समय उपयोग करते हैं। लेकिन अभी भी हमारें स्‍मार्टफोन के फीचर्स को एक्स्प्लोर करने में हम पूरी तरह से चूक जाते हैं। कई एंड्रॉइड यूजर्स को Android hidden features के बारें में अधिक जानकारी नहीं है।

यदी आपको अपने स्‍मार्टफोन के सारे फीचर्स में बारें में जानकारी होगी, तो आप अपने स्‍मार्टफोन को उसकी पूरी कैपेसिटी से इस्‍तेमाल कर सकते हैं।
यहाँ हम सिक्रेट एंड्रॉइड ट्रिक्स और एंड्रॉइड फोन के hidden features के बारें में जानेंगे। एंड्रॉइड के डिफरेंट वर्जन डिफरेंट ब्यूटीफुल और कूल फीचर्स को सपोर्ट करते हैं, इसलिए इन्‍हे ट्राइ करें और देखें कि आपके डिवाइस पर कौनसी ट्रिक काम कर रही हैं।

1) Play The Secret Game In Android Settings: गूगल ने अपने प्रॉडक्‍ट में प्रफुल्लित करने वाला ईस्टर एग गेम को छुपाए रखा हैं। ईस्टर एग केवल एंड्रॉइड 5.0 लॉलीपॉप में काम करता है।
इसे प्‍ले करने के लिए आपको अपने डिवाइस पर इस तरह से जाना पड़ेगा –
Settings –> About Phone पर जाएं!
1-Hidden Android Features
” Android version” पर कई बार टैप करें।
अब ईस्टर एग गेम लॉन्च होगा।

 2) Display Touch Points:

क्‍या आपने कभी सोचा कि आपने स्क्रीन पर कहां टच किया हैं यह देखें? यदी आप ये देखना चाहते हैं, तो आपके एंड्रॉइड स्‍मार्टफोन पर आप जैसे ही टच करेंगे, तब वह पॉइंट सफेद डॉट के रूप में डिस्‍प्‍ले किया जाता है। इसके लिए –

Settings को ओपन करें और फिर Developer Options पर जाएं।
नोट: यदि आपके Settings में Developer Options नहीं हैं, तो आपको इसे एनेबल करना होगा। Developer Options को ऑन करने के लिए settings के निचें से About phone में build number पर सात बार टैप करें। सात बार टैप करने पर आपको Developer Options का मैसेज दिखाई देगा। Developer Options अब Settings में निचें दिखाई देगा।
Input settings में, ‘Show touches’ ऑप्‍शन को ऑन करें।
2-Display Touch Points - Hidden Android Features
अब, स्क्रीन को टच करने पर आप देख सकते हैं कि एक छोटा सा सफेद डॉट दिखाई देता है।

 3) Enable Gray Scale Mode When Your Android is at Low Battery:

Android Gray Scale Mode को एनेबल करने के बाद पूरी स्‍क्रीन black और white कलर में कन्‍वर्ट हो जाती हैं। इससे बैटरी लाइफ बचती हैं, क्योंकि कोई RGB कलर डिस्‍प्‍ले नहीं होता।
ग्रे स्केल मोड दिलचस्प है क्योंकि यह स्क्रीन पर इमेजेस के सभी कलर को निकाल देता है। AMOLED Display कौनसे कलर्स डिस्‍प्‍ले हो रहे हैं इसके आधार पर अलग-अलग बैटरी की पॉवर का इस्‍तेमाल करता हैं जिससे बैटरी का इस्‍तेमाल ज्‍यादा होता हैं।
Gray Scale Mode का ऑप्‍शन केवल एंड्रॉइड 5.0 और ऊपर के वर्जन पर ही उपलब्‍ध हैं। इस ऑप्‍शन को एनेबल करने के लिए –
Settings –> Developer Options में जाएं।
नीचे की तरफ स्क्रॉल करें और ‘Hardware Accelerated Rendering’ सेक्‍शन में ‘Simulate Color Space’ ऑप्‍शन पर टैप करें।
3-Enable Gray Scale Mode - Hidden Android Features
अब ‘Monochromacy’ ऑप्‍शन पर टैप करें।

4) Boost Gaming Performance: गेम्‍स ऐसी चीज हैं जिसे हर रोज जब भी हम फ्री होते हैं, खेलते हैं। लेकिन कई बार गेम्‍स हमारे डिवाइस पर ठिक से प्‍ले नहीं होते।
यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा हैं, तो आपको अपने एंड्रॉइड डिवाइस को गेम्‍स खलने के लिए बुस्‍ट करना चाहिएं। लेकिन याद रखें इस ऑप्‍शन को एनेबल करने के बाद बैटरी की खपत ज्‍यादा होगी।
 Developer options में एक ऐसी सेटिंग छुपी है, जो आपके गेमिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने में सहायता कर सकती है। बस नीचे स्क्रॉल करें और Force 4x MSAA ऑप्‍शन को एनेबल करें। MSAA का मतलब Multi-Sample Anti-Aliasing हैं।
4-Boost Gaming Performance - Hidden Android Features
यदि आप इस ऑप्‍शन को एनेबल करते हैं, तो आपका एंड्रॉइड स्मार्टफोन हाई क्वालिटी वाले गेम को रेंडर करेगा, लेकिन बैटरी लाइफ की कीमत पर।


5) See Your Notifications Even After Clearing Them:

कई बार हम नोटिफिकेशन को क्लियर कर देते हैं, लेकिन बाद में हमें याद आता हैं की कुछ इम्पोर्टेन्ट नोटिफिकेशन भी इनके साथ क्लियर हो चूकी हैं।
तो अब आप पुराने नोटिफिकेशन को कैसे देखेंगे?
एंड्रॉइड में सबसे उपयोगी छिपे हुए फीचर्स में से एक को केवल होम स्क्रीन पर विजेट द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इस ऑप्‍शन से आप खारिज कर चुके पुराने नोटिफिकेशन को देख सकते हैं।
Home screen के रिक्त भाग पर लंबे समय से प्रेस करें, Widgets चुनें।
5-See Your Notifications Even After Clearing - Hidden Android Features
फिर Settings shortcut को ढूंढें।
6-See Your Notifications Even After Clearing - Hidden Android Features
फिर आप चुन सकते हैं कि किस सेटिंग से लिंक करना है, इसलिए Notification log चुनें।
7-See Your Notifications Even After Clearing - Hidden Android Features
बस्‍स: इस widget setting आइकॉन पर टैप करें और अपने पिछले नोटिफिकेशन को देखें।


6) Put Owner Info So If Lost It Can Be Returned:

यदि दुर्भाग्य से आपका फोन कही खो जाए, तो जिसको यह मिले उसे आपके बारें में जानकारी जैसे एड्रेस, इ-मेल एड्रेस या फोन नंबर देने के लिए फोन की लॉक स्‍क्रीन पर अपने डिटेल्‍स दे सकते हैं।
यदि आपका फोन किसी नेक आदमी को मिल जाता हैं, तो वह यह सुनिश्चित कर पाएगा कि यह फोन किसका हैं और वह आपका फोन लौटा देगा।

 अधिकांश डिवाइसों पर Owner Information को लिखने के लिए Settings –> Lock Screen –> Lock screen message में जाएं।

कुछ फोन्‍स में यह Personal -> Lock screen में होता हैं।
8-Put Owner Info - Hidden Android Features
यहां पर अपने बारें में डिटेल्‍स लिखें।


7) End A Call With The Power Button:

एंड्रॉइड स्मार्टफोन पर कॉल को एंड करने का परंपरागत तरीका फोन को अपने कान से दूर लेना और फिर स्‍क्रीन के एंड कॉल के बटन पर टैप करना होता है।
यदि आप कॉल को एंड करने का अधिक सुविधाजनक और आसान तरीका चाहते हैं, तो इसके बजाए फोन के Power बटन का इस्‍तेमाल करें।
एंड्रॉइड में यह सेटिंग बहुत कम यूजर्स को मालूम हैं, जिसमें आप कॉल के दौरान सिर्फ अपने फोन पर पॉवर बटन को प्रेस कर कॉल एंड कर सकते हैं।
इसे एनेबल करने के लिए, Accessibility सेटिंग्स ओपन करें और Power button ends call को ऑन पर स्विच करें।
9-End A Call With The Power Button - Hidden Android Features
बस! अब आपके कॉल को एंड करने के लिए आपके पास एक फिजिकल बटन है।

8) Boot the Device in Safe Mode:

एंड्रॉइड सबसे स्‍टेबल ऑपरेटिंग सिस्टमों में से एक है, लेकिन कभी कभी इसमें भी परफॉरमेंस इश्यूज की संभावना होती है।
यदि आपके समझ में आ रहा हैं कि डिवाइस में कुछ गलत है, खासकर यदि आपने अभी एक नए ऐप को इंस्टॉल किया है या नया अपडेट इंस्‍टॉल किया है, तो सेफ मोड में जाकर इस नए ऐप या अपडेट को चेक करना सर्वोत्तम तरीका है।
Safe Mode में आपका डिवाइस केवल आवश्यक सर्विसेस और ऐप्स के साथ स्‍टार्ट होता हैं। यदि किसी ऐप कि वजह से आपका डिवाइस काम नहीं कर रहा हैं, तो Safe Mode में आप इस ऐप को डिलीट कर सकते हैं।
पॉवर बटन को तब तक दबाए रखें जब तक कि Power Options Menu दिखाई न दें।
अब Power Off को लंबे समय पर प्रेस कर के रखने पर यह आपको पुछेगा कि क्‍या आप अपने एंड्रॉइड डिवाइस को safe mode में रीबूट करना चाहते हैं। Ok बटन टैप करें।


9) Record Everything Happening On Your Screen:

क्‍या आप एंड्रॉइड डिवाइस पर डेमोंस्ट्रेशन वीडियो बनाना चाहते हैं, किसी मित्र या रिश्तेदार की सहायता करने के लिए, या यह दिखाने के लिए कि आपने किस ऐप को डेवलप किया है? या सिर्फ आप अपने गेम या वीडियो चैट की एक्टिविटी को रिकॉर्ड करना चाहते हैं?
यदि हां, तो आपको स्‍क्रीन रिकॉर्डर टूल की आवश्‍यकता हैं। इसके लिए प्‍ले स्‍टोर पर कई ऐप्‍स उपलब्‍ध हैं। उनमें से सबसे बेस्‍ट हैं –
11- Record Screen - Hidden Android Features


इस ऐप से आप अपनी एंड्रॉइड स्‍क्रीन की सारी एक्टिविटी को रिकॉर्ड कर सकते हैं।


10) Save a Web Page as PDF:

इस समय आप अपने एंड्रॉइड डिवाइस पर वेब सर्फिंग कर रहे हैं, और तभी आपको कुछ ऐसे वेबपेजेस दिखते हैं, जिन्‍हे आप अपने डिवाइस पर स्‍टोर करके रखना चाहते हैं।
नो प्रॉब्‍लम। आप अपने डिवाइस की मेमोरी में किसी भी वेबपेज को पीडीएफ फॉर्मेट में सेव कर सकते हैं।
सबसे पहले, वह वेब पेज Chrome में ओपन करें।
स्क्रीन के टॉप-राइट साइड में तीन-डॉट मेनू बटन टैप करें।
फिर Share पर टैप करें।
12- Save a Web Page as PDF - Hidden Android Features
ऑप्‍शन से Print पर टैप करें।
13- Save a Web Page as PDF - Hidden Android Features
अब फ़ाइल को अपने हैंडसेट के लोकल स्‍टोरेज पर सेव करने के लिए Save as PDF पर टैप करें।
14- Save a Web Page as PDF - Hidden Android Features


11) Access Hidden Information And Usage Statistics:

एंड्रॉइड में कई सिक्रेट कोड होते हैं जो एंड्रॉइड में वह सब कुछ कर सकते हैं, जो आप सोच सकते हैं। ऐसा ही एक सिक्रेट कोड हैं  – *#*#4636#*#*
जब आप यह कोड प्रेस करते हैं, तब Testing मेनू स्‍क्रीन पर आता हैं, जिसमें तीन ऑप्‍शन होते हैं।
15- Testing Menu - Hidden Android Features
Device Information पर टैप करने पर आपको अपने डिवाइस के बारें में सारी जानकारी मिल जाएगी।
16- Testing Menu - Hidden Android Features
और Usage statistics में आपने अपने डिवाइस पर कॉल, वॉट्सऐप, ई-मेल आदि पर कुल कितना समय खर्च किया हैं यह देख सकते हैं, जो कि हर किसी के लिए देखना बहुत दिलचस्‍प होगा।








नींबू पानी पीने से शरीर को होते हैं ये 8 गंभीर नुकसान!

Related image


  • जब गर्मी का मौसम आता है. ऐसे में गर्मी से राहत पाने के लिए आप नींबू पानी का सहारा जरूर लेते होंगे. नींबू पानी पीने के फायदे तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि नींबू-पानी पीने से स्वास्थ्य को कई गंभीर नुकसान भी पहुंच सकते हैं.


  • नींबू अत्यधिक अम्लीय होता है. इसका ph मान 2 होता है.  नींबू पानी पीने के साइड इफेक्ट ज्यादातर इसकी उच्च अम्लीयता की ही वजह से होते हैं, जबकि कुछ साइड इफेक्ट विटामिन सी की ओवरडोज की वजह से. हालांकि नींबू पानी से विटामिन सी की ओवरडोज की संभावना कम ही रहती है.

    हालांकि नींबू पानी तभी नुकसानदेह साबित होता है जब हम इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करें. डॉक्टरों के मुताबिक, एक दिन में 3 कप से ज्यादा नींबू पानी पीने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं. आइए जानते हैं नींबू पानी पीने के 8 नुकसान-


  • 1.दांतों के लिए खतरनाक- नींबू पानी पीने के फायदे जरूर है लेकिन ज्यादा नींबू पानी पीना आपके सफेद स्वस्थ दांतों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. 'नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल ऐंड क्रैनिफेशियल' रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, नींबू पानी के ज्यादा सेवन से दांतों को नुकसान पहुंचता है. नींबू अत्यधिक अम्लीय होता है जो टूथ एनमल को कमजोर बना देता है. नींबू में सिट्रस एसिड होता है जिससे दांतों की सबसे बाहरी परत को नुकसान पहुंचता है. एक अन्य स्टडी के मुताबिक, लेमन जूस से दांतों को सॉफ्ट ड्रिंक के बराबर ही नुकसान पहुंचता है.
    2-हार्टबर्न और अल्सर-रिसर्च के मुताबिक, नींबू पानी के अत्यधिक सेवन से हार्टबर्न की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि यह प्रोटीन तोड़ने वाले एंजाइम पेप्सिन को सक्रिय कर देता है.नींबू पानी के ज्यादा सेवन से पेप्टिक अल्सर की स्थिति और खतरनाक हो सकती है.  ज्यादा अम्लीय जूसों की वजह से ही अल्सर होता है. नींबू-पानी लेने से हालत और खराब हो सकती है. अगर आप इन बीमारियों से परेशान हैं तो नींबू पानी के सेवन से पहले अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें.
  • 3-शरीर में जल की भारी कमी होना-अगर गर्म पानी में नींबू मिलाकर पी रहे हैं तो बार-बार पेशाब लगने की समस्या हो सकती है. हो सकता है कि आपके शरीर में जल की भारी कमी हो जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि नींबू-पानी आपके शरीर से जल की अतिरिक्त मात्रा को निकालता है. इसी प्रक्रिया में पेशाब के जरिए कई इलेक्ट्रोलाइट्स और सोडिमय जैसे तत्व भी बाहर निकल जाते हैं. कई बार इनके ज्यादा निष्कासन से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है. नींबू-पानी के ज्यादा सेवन से पोटैशियम की कमी भी हो सकती है.
     
  • 4-खून में आयरन की अधिकता-हम पहले से ही जानते हैं कि विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण की क्रिया को प्रोत्साहित करता है. विटामिन सी की अधिक मात्रा से खून में आयरन का स्तर अत्यधिक बढ़ सकता है. शरीर में आयरन की अधिक मात्रा खतरनाक साबित हो सकती है. खून में आयरन की अधिकता से आंतरिक अंगों को भी क्षति पहुंच सकती है.
  • 5-माइग्रेन की समस्या-हालांकि इस संबंध में कम रिसर्च ही हुई है लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि साइट्रस माइग्रेन की समस्या को जन्म दे सकता है. यहां तक कि डेलवेयर बायोटेक्नॉलजी इंस्टिट्यूट ने सुझाव दिया है कि माइग्रेन से बचने के लिए नींबू पानी के सेवन से बचना चाहिए.
  • 7-स्टोन का रिस्क बढ़ जाता है-नींबू में सिट्रस एसिड के अलावा ऑक्सलेट की भी पर्याप्त मात्रा होती है. नींबू पानी का ज्यादा सेवन करने से ये क्रिस्टल के रूप में शरीर में जमा हो जाता है. जिससे किडनी स्टोन होने का खतरा बढ़ जाता है.

     6-सनबर्न-कुछ स्टडीज के मुताबिक, त्वचा पर लेमन जूस लगाकर धूप में निकलने से आपकी स्किन पर डार्क स्पॉट हो सकते हैं. इसके लिए नींबू पानी में मौजूद रसायन को जिम्मेदार ठहराया जाता है. सूर्य के प्रकाश में संपर्क में आने से सबसे खतरनाक तरह का सनबर्न हो सकता है.
  • 8-बहुत अधिक नींबू पानी पीने से हड्ड‍ियां कमजोर हो जाती हैं. नींबू में अम्लीयता होती है जिसकी वजह से हड्डियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. ऐसे में कोशिश करें कि नींबू पानी का सेवन नियंत्रित मात्रा में चिकित्सक के परामर्श से करें.

    9-अगर आपको पहले से ही गैस की समस्या है तो नींबू पानी का सेवन आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. नींबू पानी पीने से एसिडिटी या गैस की समस्या बढ़ सकती है. जिसका असर पाचन क्रिया पर भी पड़ता है.