डायबिटीज या मधुमेय कैसे होता है।
मधुमेय या डायबिटीज को कैसे ठीक किया जाए तो इससे पहले आपको यह जानना होगा कि डायबिटीज या मधुमेय है क्या, यह शुरू कैसे होती है.
हम जो खाना खाते हैं उसमें मौजूद जो सुगर (यानि glucose, fructose, sucrose इत्यादि) होती है वह हमारे शरीर को तेजी तथा आसानी से उर्जा देने में समर्थ होती है. हमारा शरीर भोजन को पचाता है और यह पचा हुआ भोजन हमारे रक्त में जाता है. हमारे रक्त में जो ब्लड cells मौजूद होती हैं, वे इस भोजन को लेकर इससे उर्जा प्राप्त करती हैं. हमारे शरीर में सुगर को ले जाने के लिए insulin नामक carrier यानि वाहक कि जरुरत होती है, यह pancreas नामक ग्रंथि से बनता है. जब insulin बननी कम हो जाता है, active नहीं रहती और बंद हो जाती है तो सुगर ब्लड cells के अन्दर नहीं जा पाती, यह हमारे खून में ही बहता रहती है. इस स्तिथि को डायबिटीज या मधुमेय कहते हैं. अगर insulin बननी बंद हो जाये तो डायबिटीज या मधुमेय ठीक होनी मुश्किल हो जाती है मगर यह बहुत कम होता है कि शरीर में insulin बननी बिलकुल ही बंद हो जाए, यह केवल 0.7-1% होता है. ज्यादातर इस बीमारी में insulin active नहीं रहती या बननी कम हो जाती है.
अगर insulin बनना कम हो जाये या active न हो तो इसका एकमात्र कारण है खून में cholestrol कि मात्रा अधिक हो गयी है. डायबिटीज या मधुमेय को नियंत्रित करने के लिए ऐसा भोजन खाएं जिसमें cholestrol कि मात्रा कम हो, इससे आपके शरीर में cholestrol level कम हो जाएगा. अगर cholestrol level कम हो जाएगा तो शरीर में insulin बनना अपनेआप शुरू हो जाएगा, अगर active नहीं है तो active हो जाएगा. इस तरीके से डायबिटीज या मधुमेय ठीक हो जाएगी.
तो आप ऐसा भोजन खाएं जिससे डायबिटीज हो ही नहीं. आप डॉक्टर्स कि महंगी दवाइयों से भी बच जाएंगे।
No comments:
Post a Comment